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Jan17
Understanding Cerebral Palsy
सेरेब्रल पाल्सी अथवा प्रामस्तिष्क घात मुख्यतः मस्तिष्क पर किसी प्रकार की चोट अथवा असामान्य विकार की वजह से शिशुओ मे होती है . यह एक नॉन प्रोग्रेसिव डिसॉर्डर है जिसमे मस्तिष्क का जो भाग शतिग्रस्त हुआ है वह समय के साथ वैसा हे रहता है एवम आगे उसका षरन नही होता है.

भारत मे एक हज़ार लाईव बर्थ मे से ३ % शिशुओ मे c.P होता है और संपूर्ण भारत मे २५ लाख से ज़्यादा CP मामले वर्तमान समय मे है.

सेरेब्रल पॉल्ज़ी के लक्षण:

१. सीबरल पॉल्ज़ी से पीड़ित शिशु का शारीरिक विकास सामान्य बच्चो की अपेक्षा विलंब से होता है
२. ६ माह की आयु तक सोशल स्माइल नही देते
३. ध्वनि के प्रति प्रतिक्रिया व्यक्त नही करते
४. ८ माह के होने पर भी सिर और गर्दन नही संभाल पाते
५. हाथों और पैरो की मांसपेशिया अत्यधिक कड़क अथवा ढीली होती है
६. हाथों की मुट्ठी कसी हुई रहती है
७. हाथों की पकड़ कमजोर होती है
८. १२ माह का होने पर भी बच्चा स्वयं अपने शरीर का संतुलन नही बना पता
९. रीढ़ की हड्डी आगे की और झुकी हुई होती है, बच्चा आगे की और झुककर बैठता है
१०. पैर तिरछे प्रतीत होते है


Dr. Pooja Pathak
@swavalambanrehab


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